Ayodhya: मां सरयू को समर्पित हुई चुनरी, वैदिक रीति रिवाज से हुआ पूजन

Ayodhya: मां सरयू को समर्पित हुई चुनरी, वैदिक रीति रिवाज से हुआ पूजन
Grand Chunri Festival

रामनगरी के प्रसिद्ध पीठों में शुमार हनुमान बाग मंदिर (Hanuman Bagh Temple) में भव्य चुनरी महोत्सव मनाया गया। जिसमें मां सरयू (Maa Surya) को 108 चुनरी समर्पित किया गया। मां सरयू को एक छोर से दूसरे छोर तक बकायदा नावों पर सवार होकर चुनरी समर्पित किया गया। चुनरी महोत्सव का आयोजन राधे राधे महिला मंडल समिति जयपुर के तत्वावधान में समिति की संरक्षक कुसुम झलानी (Kusum Jhalani) के संयोजन में हुआ।

महोत्सव का शुभारंभ रविवार को नवाह पारायण पाठ से हो गया था। जिसमें 51 वैदिक आचार्य पारायण पाठ करें जिसका समापन आज सोमवार को हुआ इसके बाद मंदिर से भव्य शोभायात्रा निकली। हाथी घोड़े बैड़ बाजे के साथ नाचते गाते शोभायात्रा हनुमान बाग से निकली, जो नगर भ्रमण करते हुए मां सरयू के पावन तट गई जहां पर वैदिक आचार्यों द्धारा विधिवत पूजन अर्चन किया गया।

इसके बाद सरयू जी का दुग्धाभिषेक हुआ फिर एक छोर से दूसरे छोर तक चुनरी चढ़ाई गई। पूजन के लिए अयोध्या, काशी, नैमिषारण्य आदि जगहों से विशेष आचार्य बुलायें गये थे।कार्यक्रम का समापन वृहद भंडारे के साथ हुआ जिसमें रामनगरी के विशिष्ट संतों का अभिनन्दन भी किया गया। यह सारा महोत्सव हनुमान बाग के महंत जगदीश दास महाराज (Jagdish Das Maharaj) के पावन सानिध्य में हुआ।

हनुमान बाग सेवा संस्थान द्धारा पूरा महोत्सव को भव्यता के साथ सम्पादित कराया गया। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए हनुमान बाग के ट्रस्टी नवल किशोर झलानी, जितेंद्र कुमार झलानी सहित जयपुर राजस्थान के सौकड़ों भक्त आये थे। महंत जगदीश दास महाराज ने बताया कि यह महोत्सव हर वर्ष होता है। मां सरयू को चुनरी चढ़ाई जाती है जिसमें 108 साड़ियों लगती है।

कार्यक्रम की देखरेख सुनील दास, पुजारी योगेंद्र दास, रोहित शास्त्री, नितेश शास्त्री, गोलू शास्त्री सहित हनुमान बाग से जुड़े संत साधक शिष्य परिकर कर रहें थे।